अरुणोदय मुझे पसंद है
तुम्हारी याद दिलाता है।
एकांत मुझे पसंद है
तुम्हारे स्वप्न दिखाता है।
ये वसुंधरा !!!
तो स्वर्ग है
इसके हर रूप - रंग में
दिल में बसे रहते हो
बसे रहोगे युगों - युगों तक .......
सर्द सर्द शिशिर
की ठिठुरती रातों में
जब सहसा नींद ख़ुलती है !!!
तो एक तेरा अहसास
नींद उड़ा ले जाता है
और ताप से भर देता है
मुझे गुनगुनी धूप जैसे .....:))))
तुम्हारी याद दिलाता है।
एकांत मुझे पसंद है
तुम्हारे स्वप्न दिखाता है।
ये वसुंधरा !!!
तो स्वर्ग है
इसके हर रूप - रंग में
दिल में बसे रहते हो
बसे रहोगे युगों - युगों तक .......
सर्द सर्द शिशिर
की ठिठुरती रातों में
जब सहसा नींद ख़ुलती है !!!
तो एक तेरा अहसास
नींद उड़ा ले जाता है
और ताप से भर देता है
मुझे गुनगुनी धूप जैसे .....:))))
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