Monday 1 April 2013

जीवन को एक नयी दिशा मिली .


जीवन को एक नयी दिशा मिली ....
आल्हादित मन
पुलकित - पुलकित
रोम -रोम में
हो गये समाहित
बावरा मन
तुम पर मोहित
जीवन को एक नई दिशा मिली ....
जब से तुम मिले
हम गुलों से खिले
फिर शुरू सिलसिले
चन्चल - चितवन मन में
जीवन को एक नयी दिशा मिली ....
विशाल नयन
जैसे नीलगगन
हम हारे मन
रग - रग में बहे सुरसंगम
जीवन को एक नयी दिशा मिली ..
जब हम संग - संग हों
जीवन में कोंई गम न हो
नयन तेरे फिर नम न हों
नेह कभी ये कम न हो
क्या जाने कल हम न हों
जीवन को इक नई दिशा मिली ...
तुम खूब बढ़ो
दुर्गम पथ पर चलते चलो
यश मिले तुम्हें हर क़दम
जीवन को इक नई दिशा मिली .
..

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