Monday 1 April 2013


जीवन 

"जीवन त्याग तपोमय कर दे
साहस शील ह्रदय में भर दे
सयंम सत्य स्नेह का वर दे
उमंग उल्लास उत्साह से रंग दे
ईश्वर जीवन में नित् -नूतन
सीखने का सुअवसर दे !!!"

मानव जीवन ईश्वर का अतुल अनमोल उपहार है हम सबके लिए , बचपन से आज तक जीवन के हर मोड़ पर हम अनेक लोंगों से मिलते हैं और हरदम -हरपल कुछ नया सीखने को तत्पर रहते हैं , हर सुबह की शुरुआत प्रभाकर की प्रखर रश्मियों से होती है जो हमारे लिए प्रेरणादायी होती है ,

मेरे जीवन में तीन अभिन्न मित्र 1. संगीत 2. साहित्य 3. प्रकृति रहें हैं जो मुझे उर्जावान ,गुणवान और विश्वास से लबालब रखते हैं ...
जब भी मैंने इनके आलावा किसी और से जुड़ना चाहा हमेशा वेदना और टीस मिली , मेरे जीवन का एक और सच बिना स्वप्न हम कहीं पहुँच नही सकते ,बिना प्रेम के कुछ अनुभव कर नही सकते , और बिना ईश्वर की मंशा के हम कुछ पा नहीं सकते , विचार अनंत है अमर हैं और हमें सोचने और प्रदर्शित का पूरा मौका मिलना चाहिये !!!

वन्दना दुबे

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