Monday 1 April 2013




तू चला-चल !!!

जीवन का सच

अनंत राह पर
तू चला चल !!!
जीवन की हकीकत
लोंगो को समझ
सब कुछ देख
छले जाने का सुख
तू चला चल !!!
मतलबी दुनिया
जो हमें न समझे
कुछ मत बोल
छोड़ माया मोह
तू चला -चल !!!
दुर्लभ जीवन
मृदुल वसंत
सुन ले राग वसंत
जग को भुला
अनंत राह पर
तू चला - चल !!!
कर प्रकृति से प्रेम
जहाँ सब अनंत
अभी न होगा
अपना अन्त
तू चला- चल !!!
कर विकसित
अपना मन चंचल
अभी कहा मृत्यु
अपने से कर नेह
है नवजीवन
तू चला-चल !!! ====="वंदना " =
========
=

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