मेरी कविताएँ
Monday 3 February 2014
तुमसे ही तमाम खुशियां
तुम्हारे सन्देश
जीवंतता प्रदान करते हमें ~~
जब ना दूँ जवाब तो
समझना
डर गयी तुमसे
या जवाब नही मेरे पास " मनहर " !!!
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment