ख्वाबों में ..
वो हसीन पल
जो हमने संग -संग बिताये
ख्वाबों में .....
लब्जों से आप धीरे -धीरे
दिल में उतरते चले गये
बहुत रोका इस दिल को
लम्हा -लम्हा सरकते चले गये
ख्वाबों में ....
ह्रदय की अकुलाहट
तन की सुगबुगाहट
रुह की करकराहट
ख्वाबों में .....
नयन से नयन का मिलन
मेरा मौन समर्थन
हाथों में उलझी अंगुलिया
नदी का किनारा
दूर से कहीं घंटियों का नाद
शबनमी बुँदे चेहरे पर चमकती
ख्वाबों में ......
क़ाश ये ख़्वाब सच हो
ये सिलसिले न जुदा हो
अश्क़ न हो नैन में
और ये ख़्वाब न हो ....
****वंदना दुबे ***
जो हमने संग -संग बिताये
ख्वाबों में .....
लब्जों से आप धीरे -धीरे
दिल में उतरते चले गये
बहुत रोका इस दिल को
लम्हा -लम्हा सरकते चले गये
ख्वाबों में ....
ह्रदय की अकुलाहट
तन की सुगबुगाहट
रुह की करकराहट
ख्वाबों में .....
नयन से नयन का मिलन
मेरा मौन समर्थन
हाथों में उलझी अंगुलिया
नदी का किनारा
दूर से कहीं घंटियों का नाद
शबनमी बुँदे चेहरे पर चमकती
ख्वाबों में ......
क़ाश ये ख़्वाब सच हो
ये सिलसिले न जुदा हो
अश्क़ न हो नैन में
और ये ख़्वाब न हो ....
****वंदना दुबे ***

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