आसमान ने ओढ़ा
लिहाफ
श्वेत- बादलों का फिर,
इन दिनों ~~~~
सुबह - सवेरे ~~~~
सूरज की अरुणाई
में भी नमी समायी
इन दिनों ~~~
जरा झाँककर -झरोखों
से देखा बाहर
गुलाबी धूप
गुनगुना रही है, ♬♬♬♬♬♬
इन दिनों ~~~~~
जो तुम आ गए
करीब
खूबसूरत हो जायेगी
जिंदगी फिर
इन दिनों ~~~~
लिहाफ
श्वेत- बादलों का फिर,
इन दिनों ~~~~
सुबह - सवेरे ~~~~
सूरज की अरुणाई
में भी नमी समायी
इन दिनों ~~~
जरा झाँककर -झरोखों
से देखा बाहर
गुलाबी धूप
गुनगुना रही है, ♬♬♬♬♬♬
इन दिनों ~~~~~
जो तुम आ गए
करीब
खूबसूरत हो जायेगी
जिंदगी फिर
इन दिनों ~~~~
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